गणेश जी को यह है प्रिय भोग
सुखकर्ता दुःखहर्ता श्री गणेश जी खाने के बड़े शौकीन है | उन्हें लम्बोदर इसी कारण पुकारा जाता है क्योकि उनका पेट भरा भरा और फुला हुआ है | यदि भगवान गणेश को उनकी प्रिय मिठाइयो का भोग अर्पित किया जाये तो वे जल्दी प्रसन्न होते है |
1.खाने में सबसे ज्यादा प्रिय है मोदक और लड्डू:
भगवान गणपति को मीठा बहुत पसंद है। गजानन खाने के बेहद शौकीन हैं। उन्हें कई तरह की मिठाइयां पसंद हैं। इसमें मोदक, बेसन के लड्डू, मोतीचूर के लड्डू, गुड़ और नारियल से बनी चीजें उन्हें प्रसाद या भोग में चढ़ाई जाती हैं। गणेश जी को मोदक काफी पसंद होने की वजह से मोदक का प्रसाद जरूर चढ़ाया जाता है।
मोदक चावल के आटे, गुड़ और नारियल से बनाया जाता है। बुधवार को गणपति को मोदक या लड्डू चढ़ाने से ऐसी मान्यता है कि अमुक व्यक्ति को कर्ज से मुक्ति मिलती है और उसके घर में समृद्धि आती है।
एक जगह लिखा हुआ पाया गया है की
यो मोदकसहस्त्रेण यजति स वांछितफलमवाप्नोति।
अर्थात जो जो भक्त गजानंद को मोदक का भोग लगाते है , उनकी सभी मनोकामना गणेश जी पूर्ण करते है |
मोदक का अर्थ ही है जो मोद दे अर्थात प्रसन्नता देने वाला |
गणेश जी की सवारी चूहे को भी अपने स्वामी की तरह मोदक अति प्रिय है |
भगवान गणेश को क्यों लगाया जाता है मोदक का भोग, शास्त्रों में छिपी है वजह
एक बार की बात है जब गणेश जी परशुराम से युद्ध कर रहे थे और तभी उनका एक दांत टूट गया था। जिसके बाद से उन्हें कुछ भी खाने में परेशानी होने लगी। तभी उनके लिए मोदक तेयार किया गया जिसे आराम से खाया जा सकता था और खाने के बाद उसका मीठा स्वाद मन को आनंदित कर देता था।
प्रसन्नता प्रदान करने वाला मोदक
भगवान गणेश को मोदक इसलिए भी पसंद हो सकता है क्योंकि यह मन को खुश करता है। शास्त्रों के अनुसार गणपति जी सदा खुश रहने वाले देवता माने गए हैं। और अगर आप मोदक शब्द पर गौर करें तो इसका मतलब होता है खुशी।
बाहर से कड़ा मगर अदंर से नरम
मोदक बाहर से कड़ा मगर अदंर से नरम और मिठास होता है। उसी प्रकार से घर का सबसे बड़ा व्यक्ति यानि मुखिया ऊपर से सख्त और अंदर से नरम हो कर घर में नियमों का पालन करवाए तो उस घर में हमेशा सुख-शांति बनी रहती है।
2.गणपति को पसंद है शमी का पत्ते का भोग:
शास्त्रों में के अनुसार शमी ही एक मात्रा पौधा है जिसकी पूजा से गणेश जी और शनि दोनों प्रसन्न होते हैं। ऐसे माना जाता है कि भगवान श्री रमा ने भी रावण पर विजय पाने के लिए शमी की पूजा की थी। शमी गणेश जी को अत्यंत प्रिय है। शमी के कुछ पत्ते नियमित गणेश जी को अर्पित करें तो घर में धन एवं सुख की वृद्धि होती है।
3.शुद्ध घी और गुड़ का भोग लगाएं:
अगर आपको धन की इच्छा है, तो इसके लिए आप चतुर्थी के दिन सुबह नहाने के बाद भगवान श्रीगणेश को शुद्ध घी और गुड़ का भोग लगाएं।बाद में ये घी व गुड़ गाय को खिला दें। ये उपाय करने से धन संबंधी समस्या से मुक्ति मिल जाती है ।
4.तिल गुड का प्रसाद :
गणेश जी के मुख्य पूजन का दिन तिल चौथ को बताया गया है जिसका दूसरा नाम संकट चतुर्थी है | इस दिन गणेश जी व्रत करके उनके प्रिय भोग तिल गुड का भोग लगाया जाता है | आप तिल गुड के मोदक बनाकर भी उनके अर्पित कर सकते है |
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