नी मैं श्याम मनाना नी चाहे लोग बोलिया बोले
नी मैं श्याम मनाना नी चाहे लोग बोलिया बोले
मैं ता श्याम मनाना नी चाहे लोग बोलिया बोले
मैं ता बाज नहीं आना नी, चाहे लोग बोलियां बोले
मैं ता शगन मनाना जी, चाहे लोग बोलियां बोले
सारे मैनू रोगन कहंदे, रोग न मेनू कोई
जद दा मिलेय श्याम प्यारा मैं ता रोगन होई
एह ता रोग पुराना जी, चाहे लोग बोलियां बोले…
लाख रोकन दी कोशिश करदे ने मेरे घरवाले
प्रीतां कैद न होयियाँ भावें लाख लगालो ताले
ताले तोडके आना जी, चाहे लोग बोलियां बोले…
छड सारे मैं रिश्ते आईआं श्यामा तैनू मनावन
टब्बर सारा छडीयाइ श्यामा तैनू रंग लगावन
तेरे रंग रंग जाना जी, चाहे लोग बोलियां बोले.
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