जानिए शनि ग्रह के बारे में,प्रभाव और दोष निवारण उपाय

shani

शनि

शनि (देवनागरी: शनि, Śani) हिन्दू ज्योतिष (अर्थात, वैदिक ज्योतिष) में नौ मुख्य खगोलीय ग्रहों में से एक है। शनि, शनि ग्रह है सन्निहित है। शनि, शनिवार का स्वामी है। इसकी प्रकृति तमस है और कठिन मार्गीय शिक्षण, कैरिअर और दीर्घायु को दर्शाता है।

शनि शब्द की व्युत्पत्ति निम्नलिखित से हुई है: शनये क्रमति सः अर्थात, वह जो धीरे-धीरे चलता है। शनि को सूर्य की परिक्रमा में 30 वर्ष लगते हैं, इस प्रकार यह अन्य ग्रहों की तुलना में धीमे चलता है, अतः संस्कृत का नाम शनि. शनि वास्तव में एक अर्ध-देवता हैं और सूर्य (हिंदू सूर्य देवता) और उनकी पत्नी छाया के एक पुत्र हैं। कहा जाता है कि जब उन्होंने एक शिशु के रूप में पहली बार अपनी आंखें खोली, तो सूरज ग्रहण में चला गया, जिससे ज्योतिष चार्ट (कुंडली) पर शनि के प्रभाव का साफ़ संकेत मिलता है।

उनका चित्रण काले रंग में, काले लिबास में, एक तलवार, तीर और दो खंजर लिए हुए होता है और वे अक्सर एक काले कौए पर सवार होते हैं। उन्हें कुछ अलग अवसरों पर बदसूरत, बूढ़े, लंगड़े और लंबे बाल, दांत और नाखून के साथ दिखाया जाता है। ये ‘शनि-वार’ के स्वामी हैं।

शनि ग्रह दोष के प्रभाव :

  1. पैतृक संपत्ति की हानि, हमेशा बीमारी से परेशानी
  2. मुकदमे के कारण परेशानी
  3. बनते हुए काम का बिगड़ जाना

शनि ग्रह दोष के उपाय:

  1. भगवान भैरव की आराधना करें
  2. ऊं प्रां प्रीं प्रौं शं शनिश्चराय नम मंत्र का 1 माला जाप करें
  3. शनिदेव का 1 किलो सरसों के तेल से अभिषेक करें
  4. सिर पर काला तेल लगाने से परहेज करें
  5. 43 दिन तक लगातार शनि मंदिर में जाकर नीले पुष्प चढ़ायें
  6. कौवे या सांप को दूध, चावल खिलायें
  7. किसी बर्तन में तेल भरकर अपना चेहरा देखें, बर्तन को जमीन में दबा दें
  8. शनिवार 800 ग्राम दूध, उड़द जल में प्रवाहित करें
  9. जल में दूध मिलाकर लकड़ी या पत्थर पर बैठकर स्नान करें
  10. घर की छत पर साफ-सफाई का ध्यान रखें
  11. 12 नेत्रहीन लोगों को भोजन करायें

शनिदेव का मंत्र :

ऊं नमो अर्हते भगवते श्रीमते मुनिसुव्रत तीर्थंकराय वरूण यक्ष बहुरूपिणी |
यक्षी सहिताय ऊं आं क्रों ह्रीं ह्र: शनि महाग्रह मम दुष्‍टग्रह,
रोग कष्‍ट निवारणं सर्व शान्तिं च कुरू कुरू हूं फट् || 23000 जाप्‍य ||

तान्त्रिक मंत्र – ऊं प्रां प्रीं प्रौं स: शनये नम: || 23000 जाप्‍य ||

शनि ग्रह दोष के प्रभाव और उपाय

शत्रु नहीं मित्र भी हैं शनिदेव

शनि के लिए शनिवार को करें ये उपाय, मिलेंगे शुभ फल

श्री शनि चालीसा

शनि ग्रह की आरती के लिए क्लिक करे
शनि ग्रह चालीसा के लिए यहाँ क्लिक करे

नवग्रहों की सूची :

njnhkjSurya grah effect shukra Grah Effect rahu Grah Effect mangal Grah Effect ketu Grah Effect guru Grah Effect chandra Grah Effect budh Grah Effect


Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *